Mutual Fund के बारे में पूरी जानकारी
ज्यादातर लोगो को share market और mutual fund एक ही है लेकिन उनमें बोहोत ज्यादा अंतर है। हालाकि mutual fund market का हिस्सा है लेकिन share market के तुलना में इसमें काफी कम risk होती है।
Debt fund जैसे mutual fund सरकारी बॉन्ड में invest करते है इसलिए इनमे बोहोत कम risk होती है। तो चलिए आज इस पोस्ट में mutual fund के बारे मे पूरी जानकारी लेते है।
Mutual Fund क्या है? (Mutual Fund Meaning In Hindi)
Investment के मामले में mutual fund काफी लोकप्रिय है। हालाकि middle class लोग आज भी share market और mutual fund में invest करने से डरते है। क्योंकि किसके कहने पर वो कोई fund खरीद लेते है और आगे जाकर उनको नुकसान होता है। इसलिए mutual fund कई सारे लोगो में बदनाम हो चुका है।
Mutual fund एक fund है जहा पर बोहोत सारे investor अपना पैसे किसी fund manager को देते है। वो fund manager उस पैसे को share market और bonds में invest करके investor को अच्छा मुनाफा कमाने देते है।
Fund manager अच्छे share और bonds में invest करने के बदले में कुछ fees लेते हैं। अगर आप direct plan से mutual fund खरीदते है तो fees 0.01% से लेकर 2% तक होती है। वही अगर आप Regular plan लेते है तो fees 1.5% से लेकर 2.5% तक होता है। Direct plane और Regular plan के बारे में हम सही mutual fund कैसे चुने? इस पोस्ट में सीखिंगे।
Mutual Fund के प्रकार (Types Of Mutual Fund In Hindi)
Mutual fund के Equity, Debt, Balanced और Tax Saver funds ये चार मुख्य प्रकार है। Mutual fund के प्रकार risk और return पर निर्भर करते है। इसके बारे में हम detail में जानते है।
1) Equity Funds
Equity funds, जैसे की नाम से हो पता चलता है, ये fund अपना पैसा equity share में यानी की share market में invest करते है।
जो fund कम से कम 65% पैसा equity share में Invest करते है उन्हे equity fund कहा जाता है। सभी fund में से equity fund में सबसे ज्यादा मुनाफा देने की क्षमता होती है। लेकिन उनमें risk भी ज्यादा होती है।
Equity funds के कुल 7 प्रकार होते है।
i) Small Cap Funds
जो fund कम market capitalisation वाली कंपनी में invest करते है उन्हे small cap fund कहते है। SEBI के अनुसार ऊपर के 250 कंपनी छोड़कर जो कंपनी बचती है उन्हे small cap कंपनी कहते है।
ii) Mid Cap Funds
जो fund मध्यम market capitalisation वाली कंपनी में invest करते है उन्हे mid cap fund कहते है। SEBI के अनुसार ऊपर के 101 से 250 कंपनी को mid cap कंपनी कहते है।
iii) Large Cap Funds
जो fund सबसे ज्यादा market capitalisation वाली कंपनी में invest करते है उन्हे large cap fund कहते है। SEBI के अनुसार ऊपर के 100 कंपनी को large cap कंपनी कहते है।
iv) Multi Cap Funds
Multi cap fund सबसे अच्छे share में invest करते है। Multi cap funds छोटी, मध्यम और बड़ी इन तीनो कंपनी में invest करते है। कम से कम risk में अच्छी से अच्छी कंपनी में invest करके investor को multi cap funds अच्छा मुनाफा कमा कर देते है।
SEBI के नियम के अनुसार जितना पैसा fund equity में invest करते है उसका 25% छोटी, 25% मध्यम और 25% बड़ी कंपनी में invest करना अनिवार्य है।
v) Flexi Cap Funds
Multi cap funds और flexi cap funds लगभग लगभग समान ही होते है। उनमें एक ही अंतर होता है की उन्हे छोटी, मध्यम और बड़ी कंपनी में 25, 25 और 25% invest करने की जरूरत नही होती। वो चाहे तो 15% छोटी, 20% मध्यम और 40% बड़ी कंपनी में या किसी भी और combination में invest कर सकते है।
vi) Sector Funds
जो funds किसी एक sector (जैसे की IT, Pharma, Energy etc.) के share में invest करते उन्हे Sector Funds कहा जाता है। Sector funds में मुनाफा देने की क्षमता ज्यादा होती है लेकिन अगर पूरा Sector मंदी में गया तो investor को भारी नुकसान हो सकता है इसलिए sector funds risky होते है। लेकिन अगर आपको लगता है यह sector में आगे चलकर तेजी आएगी तो यही funds आपको सबसे ज्यादा मुनाफा कमाकर देंगे।
vii) Index Funds
Index funds को equity fund सबसे सुरक्षित funds माना जाता है। जो funds market capitalisation के हिसाब से ऊपर के 50 कंपनीज (जैसे की S&P BSE Sensex और NSE Nifty50) में invest करते है उन्हे index fund कहा जाता है। जितना मार्केट बढ़ता है उतना ही index funds मुनाफा कमाकर देते है।
2) Debt Funds
जो funds government bonds, corporate bonds और treasury bills इस तरह के ज्यादा मुनाफा देने वाले fixed deposit में invest करते है उन्हे debt fund कहा जाता है।
SEBI के अनुसार debt funds को कम से कम 65% पैसा govenment bonds में invest करना अनिवार्य है।
Debt funds के कुल 7 प्रकार होते है।
i) Dynamic Bond Funds
बदलती हुई ब्याज दर के अनुसार जो funds अपना portfolio बदलते हैं उन्हे dynamic bond funds कहा जाता है। इस fund का maturity का समय ब्याज दर के अनुसार बदलता रहता है।
ii) Income Funds
जिस debt fund का muturity का समय ज्यादा होता है उन्हे income fund कहा जाता है। Maturity का समय ज्यादा होने के कारण dynamic के मुकाबले income funds स्थिर होते है। Income funds का maturity का समय कम से कम 5 साल होता है।
iii) Liquid Funds
Liquid funds अपना ज्यादातर पैसा short term के लिए invest करते है। Liquid funds अपना पैसा उन bonds में invest करते है जिनका maturity का समय 91 दिन है। बैंक के saving और fixed deposit के मुकाबले liquid funds में invest करना बेहतर है।
iv) Short Term Funds
जिन debt funds का maturity का समय 1 से 3 साल का होता है उन्हे short term funds कहा जाता है। जो लोग ज्यादा risk नही लेना चाहते उनके लिए यह funds सबसे अच्छा विकल्प है।
v) Gilt Funds
Gilt funds अपना ज्यादातर पैसा government bonds में invest करते है। Government कभी भी डिफाल्डर नही होती। इसलिए gilt funds investment के मामले में सबसे सुरक्षित funds है। Gilt funds में सबसे कम risk होती है।
vi) Credit Opportunities Funds
Credit Opportunities Funds अपना पैसा low rated securities में invest करते है जिसके चलते उनको मुनाफा भी ज्यादा मिलता है। सबसे ज्यादा ब्याज देने वाले bonds मे यह funds invest करते है। Credit Opportunities Funds में risk बोहोत ज्यादा होती है।
vii) Fixed Maturity Funds
Fixed Maturity Funds ऐसे funds होते जो अपना ज्यादातर पैसा government bonds मे invest करते है। Fixed Maturity Funds में invest किया हुआ पैसा कुछ सालो के लिए लॉक किया जाता है। जिसे आप maturity period से पहले निकाल नही सकते। इसे आप Fixed deposit की तरह समझ लीजिए।
3) Balanced Funds
जो fund अपने investor की risk कम करने के लिए equity और debt इन दोनो में invest करते है उसे balanced funds कहते है। Fund का मैनेजर मार्केट के अनुसार ज्यादा मुनाफा मिलने के लिए portfolio मे परिवर्तन करते रहते है।
Balanced funds 4 प्रकार के होते है।
i) Equity Oriented Funds
Equity Oriented Funds अपना कम से कम 65% पैसा equity मे invest करते है और बचा हुआ 35% debt और बाकी जगह invest करते है।
ii) Debt Oriented Funds
Debt Oriented Funds अपना कम से कम 65% पैसा debt ( जैसे की government bonds, corporate bonds और treasury bills) मे invest करते है और बचा हुआ 35% equity और बाकी जगह invest करते है।
iii) Monthly Income Funds
Monthly Income Funds अपना ज्यादातर पैसा debt मे लगाते है। नियमित रूप से कमाई कर के देना यही उनका ध्येय होता है। Monthly Income Funds 20% से ज्यादा पैसा equity मे invest नही कर सकते। अगर investor चाहे तो हर महीने, चार महीनो या हर साल divident भी ले सकता है।
iv) Arbitrage Funds
Arbitrage Funds एक मार्केट से कम कीमत में bonds खरीदकर दूसरे मार्केट में ज्यादा कीमत मे बेचकर मुनाफा कमाते है। अगर bonds उपलब्ध नही है तो arbitrage funds debt और equity मे invest करते है।
4) Tax Saver Funds
जो लोग tax बचाना चाहते है उनके लिए यह fund बनाया है। इस fund मे invest करके आप 1,50,000 तक का deduction पा सकते है। ELSS यह tax saver fund का एक ही प्रकार होता है।
i) ELSS
ज्यादातर ELSS funds equity मे invest कर सकते है। ELSS equity मे करने के कारण उनमें risk भी होता है। लेकिन investors ध्येय tax बचाना है तो यह fund investors के लिए अच्छा है।
Mutual Fund कैसे काम करता है? (How Mutual Fund Works In Hindi)
Investors से पैसे लेकर mutual funds equity, debt, government bonds और corporate bonds मे invest करते है। Mutual fund launch से पहले से ही अलग अलग funds की अलग अलग रणनीति होती है। Fund launch होने से मुनाफा कमा कर देने तक 4 रणनीतियां होती है।
1) NFO Launch
जब भी fund house नया fund लाती है तब वो सबसे पहले अपना NFO (New Fund Offer) लाती है। NFO launch के समय fund अपनी रणनीति बताते है। इसमें investor fund को कुछ समय तक खरीद सकते है। NFO बंद होने के बाद investors ही units खरीद सकते है। NFO बंद होने के बाद वो अपनी रणनीति में परिवर्तन नहीं कर सकते।
2) Investor से पैसे लेना
Mutual funds छोटे या बड़े सभी तरह के investor से पैसे उठाते है। Mutual fund छोटे investor को कम पैसे invest करने की भी अनुमति देते है।
3) Equity और Bonds मे Invest करना
एक बार पैसा उठाने के बाद fund manager उस पैसे को equity, government bonds और corporate bonds मे invest करते है। पहले बताई हुई रणनीति के अनुसार fund manager को research करके अच्छे से अच्छे stocks और bonds चुनकर invest करना पड़ता है। किसी कारण से चुना हुआ stock अच्छा प्रदर्शन नही करता है तब fund manager उसको किसी और stock से बदल देते है।
4) Fund का मुनाफा
Investors ने दिए हुए पैसे को invest करके fund manager ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाने को कोशिश करता है। अगर fund growth fund है तो मिले हुए मुनाफे को reinvest किया जाता है। लेकिन अगर fund dividend fund है तो मिले हुए कुछ मुनाफे को investors को dividend के रूप में दिया जाता है।
Mutual Fund मे क्यों Invest करना चाहिए?
Mutual fund मे invest करने के बोहोत सारे फायदे है। Mutual fund की वजह से invest करना बोहोत आसान हो चुका है।
- Fund manager invest करते है – किसी भी fund का एक मैनेजर होता है। वो मैनेजर ही शेयर को चुनता है। उनकी पूरी टीम होती हैै। यह टीम expert होती है इसके कारण उनके द्वारा चुने हुए शेयर मे नुकसान होनेे की संभावना कम ही होती है।
- अलग अलग शेयर में invest करना – mutual fund अलग अलग बोहोत सारे शेयर और bonds में invest करते है। अगर कोई व्यक्ति खुद सेे इतने सारेे शेयर में invest नही कर सकता, करना चाहे तो भी उसके लिए बोहोत ज्यादा पैसा लगेगा। लेकिन mutual fund में कम पैसे में भी आप invest कर सकते है।
- Tax बचना – ELSS जैसे fund में invest करके आप 1,50,000 तक पैसे पर tax से छुटकारा पा सकते है।
- आसानी से withdrawl – बोहोत सारे fund lock नही होते। अगर आपको जरूरत है तब आप आसानी से withdraw कर सकते है।
- शेयर में बदल – अगर कोई mutual fund अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा तब fund manager तुरंत ही उस शेयर को बेचकर दूसरे शेयर खरीद लेेता है। लेकिन एक आम इंसान को जल्दी शेयर बेचने केे कारण उसे tax भरना पड़ेगा।
- SEBI की mutual fund पर नजर रहना – Mutual fund पर SEBI की नजर रहती है इसके कारण आपको इस investment से डरने की कोई जरूरत नहीं है।
Mutual Fund मे किसे Invest करना चाहिए?
कोई भी जिसका कोई खरीदने का और कुछ करने का ध्येय है उसे mutual fund में invest करना चाहिए। आपको कितने दिन में कोई चीज खरीदना चाहते है या आप कितनी risk ले सकते है उसके अनुसार आपको funds मिलते हैं।
जैसे की किसी आदमी को 5 साल में 7 लाख की गाड़ी खरीदनी है। तब वो आदमी gilt funds में invest कर सकता है। कोई दूसरे व्यक्ति को 15 साल में 40 लाख का घर खरीदना है तब वो आदमी equity funds मे invest कर सकता है। इस तरह से जिसको जिस तरह की जरूरत है वैसे वो invest कर सकता है।
Mutual Fund मे कैसे Invest करे? (How To Invest In Mutual Fund In Hindi)
Mutual fund मे invest करना बोहोत ही आसान है। Groww App की मदत से आप आसानी से mutual fund मे invest कर सकते है। नीचे दिए गए steps को फॉलो करके आप आसानी से invest कर सकते है।
- Groww App install करे।
- Install करने के बाद Sign Up करे।
- Sign Up करने के बाद अपनी KYC करे।
- अपने लिए कोई अच्छा fund चुने।
- SIP या Lumpsum चुने और अपने हिसाब से 500 – 1000 रूपये से आप mutual fund मे investment शुरू कर सकते है।
Mutual Fund के फायदे (Advantages Of Mutual Fund In Hindi)
- Invest करना बोहोत आसान होता है।
- Mutual fund के जरिए से आपके पैसे शेयर में invest होते है।
- अपने जरूरत के हिसाब से equity और debt मे invest कर सकते है।
- जब चाहे तब आसानी से withdraw कर सकते है।
- ELSS में invest करके 1,50,000 तक के पैसे पर tax से छुटकारा पा सकते है।
- अगर कोई शेयर अच्छा नहीं है तब fund manager आसानी से बेचकर अच्छा शेयर खरीद लेता है।
- SEBI की नजर होने के कारण आपको पैसे कभी भी नहीं डूबेंगे।
- बैंक के fix deposit से ज्यादा मुनाफा मिलना।
Mutual Fund के नुकसान (Disadvantages Of Mutual Fund In Hindi)
- Fund manager और उसके टीम का वेतन investors ने invest की हुए पैसों से दी जाती है।
- किसी किसी fund से आप समय से पहले ही withdraw कर लेते है तब आपको कुछ charges देने पड़ते है।
- अगर आप regular plan लेते है तब आपको काफी ज्यादा fees देनी पड़ती है।
- कुछ fund lock होते अगर आपने उन fund मे invest किया है और आपको पैसे की जरूरत है तब आप withdraw नही कर सकते।
FAQs
Mutual Fund में कम से कम कितना पैसा लगा सकते है?
Mutual Fund में कम से कम 100 रूपये लगा सकते है।
Exit Load क्या होता है?
अगर आपने fund ने दिए हुए समय से पहले पैसे को withdraw कर लिया तब आपको कुछ charge देना पड़ता है उसे exit load कहते है।
Expense Ratio क्या होता है?
Fund manager और उसके टीम की सैलरी देने के लिए जो चार्जेस लिए जाते है उसे expense ratio कहा जाता है। Expense ratio 0.01 से 2.5% तक होता है।
Mutual Fund में invest करने के लिए कौनसा App अच्छा है?
Mutual Fund में invest करने के लिए Groww App सबसे अच्छा है?
क्या Mutual Fund सुरक्षित है?
Mutual Fund पर SEBI की नजर रहती है इसलिए mutual fund सुरक्षित है।