SIP के बारे मे पूरी जानकारी
आप लोगो ने कई बार कई सारे लोगो से सुना होगा जितने जल्दी हो सके उतने जल्दी SIP शुरू करो। पिछले कुछ सालो में लोग mutual fund मे invest करने लगे है। Mutual fund मे SIP करना लोग ज्यादा पसंद कर रहे है।
लेकिन आखिर ये SIP होती क्या है, क्यों करनी चाहिए, किसे करनी चाहिए, कब करनी चाहिए और कैसे करे जानेंगे इस पोस्ट में।
SIP क्या है? (SIP Meaning In Hindi)
Systematic Investment Plan जिसे हम SIP भी कहते है, नियमित रूप से mutual fund किए जाने वाले investment को SIP कहते है।
सभी mutual funds SIP से invest करने के लिए अनुमति देते है। एक ही बोहोत सारा पैसा डालने की जगह आप SIP के जरिए थोड़ा थोड़ा हर महीने, 3 या 6 महीने में या हर साल invest कर सकते है।
SIP के प्रकार (Types Of SIP In Hindi)
SIP के जरिए invest करके कुछ सालो में आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते है। लेकिन सही SIP चुनना बोहोत जरूरी होता है। भारत में SIP के कुल 7 प्रकार है। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
1) Regular SIP
Regular SIP सबसे आसान और सबसे अच्छा तरीका है mutual fund मे invest करने का। Regular SIP मे, investors को उसने चुने हुए निश्चित समय में निश्चित राशि invest करनी पड़ती है।
Regular SIP मे आपको हर महीने, दो महीने में एक बार, तीन महीनो में एक बार, 6 महीनो में एक बार या साल में एक बार invest करना पड़ता है। आप चाहे तो हर दिन या हर हफ्ते भी invest कर सकते है। Regular SIP शुरू करने वक्त आपको कितना पैसा, कितने समय के बाद और कितने समय तक invest करना है यह डालना पड़ता है।
Regular SIP मे आप invest किए जाने वाले पैसे को बढ़ा नही सकते। जैसे कोई व्यक्ति हर महीने 1000 रूपये invest करता है, लेकिन अब वो अगले महीने से 2000 रूपये invest करना चाहता है लेकिन Regular SIP के कारण अगले महीने से वो 2000 रूपये हर invest नही कर सकता। इसके लिए उसे और एक SIP शुरू करनी पड़ेगी।
2) Top Up SIP
Top Up SIP जैसे की नाम से ही पता चलता है जिस SIP मे invest किए जाने वाले पैसे को बढ़ा सकते है उसे Top Up SIP कहते है।
Regular SIP की तरह ही Top Up SIP मे हम हर महीने, दो महीने में एक बार, तीन महीनो में एक बार, 6 महीनो में एक बार या साल में एक बार invest कर सकते है। Top Up SIP मे हम जितना पैसा invest कर रहे है उसको अगले महीने या अगले साल या जितने समय के बाद invest कर रहे है उसके बाद उस invest किए जाने वाले पैसे को बढ़ा सकते है।
जैसे की कोई व्यक्ति हर महीने 5000 रूपये SIP के माध्यम से mutual fund मे invest कर रहा है। जब वो SIP कर रहा है तब उसे बताना पड़ता है की में हर साल SIP में जितने पैसे बढ़ाना चाहता है जैसे की 500 रूपये यानी अगले साल से वो हर महीने 5500 रूपये invest करना चाहता हु। इस तरह से वो व्यक्ति हर साल fix amount बढ़ा सकता है।
3) Flexible SIP
जिस SIP मे investors invest किए जाने वाले पैसे को कम ज्यादा कर सकते है उसे Flexible SIP कहते है। कोई भी व्यक्ति उसके आर्थिक स्थिति के अनुसार SIP को कम ज्यादा कर सकता है। लेकिन इसके लिए उसे कम से कम 7 दिन पहले fund house को बताना पड़ता है।
जैसे की किसी के पास एकदम से बोहोत सारा पैसा आ जाए तब वो अपने SIP के amount को बढ़ाकर ज्यादा पैसे invest कर सकता है। वैसेही किसकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है या मार्केट बोहोत ज्यादा बढ़ गया है उस समय SIP की amount कम कर सकता है।
चलिए इसे एक उदाहरण से समझते है। मान लेते है एक व्यक्ति का वेतन 20,000 रूपये है और वो हर महीने 2000 रूपये एस में invest करता है। अगले साल उसका वेतन 25,000 रूपये हुआ। Flexible SIP होने के कारण अब वो 2000 की जगह हर महीने 2500 रूपये invest कर सकता है। मान लेते है किसी कारण वश उसकी job चली गई अब वो व्यक्ति चाहे तो अगली job मिलने तक SIP को बंद कर सकता है या SIP को कम जैसी की 1000, 1200 कर सकता है।
4) Perpetual SIP
जब investors SIP का फॉर्म भरते है तब उनको कितने दिन तक SIP चलानी है वह बताना पड़ता है। अगर investors कब तक चलानी है वह नही बताता तो उसे Perpetual SIP कहते है। Perpetual SIP की मदत से आप जितने चाहे उतने दिन तक invest कर सकते है।
अगर investors जब चाहे तब fund house को बोलकर अपने invest किए हुए पैसे को withdraw कर सकता है।
5) Trigger SIP
जिन लोगो को शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी है वही लोगो को Trigger SIP उचित है। Trigger SIP में हमे कब SIP शुरू करनी है और कब बंद करनी है उसकी जानकारी रहना बोहोत जरूरी है। शेयर मार्केट के अनुसार हमे कब SIP शुरू करनी है यह form में डालना पड़ता है और किस समय बंद करना है ये बताना पड़ता है।
अगर कोई beginner इसमें invest करना चाहता है तो इसके लिए ये बोहोत ज्यादा risky हो सकता है। क्योंकि अगर आपने जब मार्केट high है तब invest किया और आगे चलकर गिर गया तो आपको नुकसान हो सकता है। इससे अच्छा है आप कोई और SIP चुने।
6) SIP with Insurance
जो लोग ज्यादा समय (कम से कम 3 साल) के लिए invest उनके लिए कुछ funds insurance देते है। शुरुवाती दिनों (पहले साल) में आपके SIP के 10 गुना तक यह fund insurance देते है, दूसरे साल 50 गुना और तीसरे साल 100 गुना देते है। कोई भी insurance fund ज्यादा से ज्यादा 50 लाख तक insurance देता है। जैसे जैसे समय बढ़ता है वैसे वैसे insurance की amount भी बढ़ती है।
ज्यादा करके equity funds ही insurance देते है। Insurance सिर्फ एक funds से दी जाने वाली सुविधा है। Insurance से आपको मिलने वाले मुनाफे पर कोई असर नहीं होता।
Example – ICICI Prudential Mutual Fund
7) Multi SIP
कुछ fund house multi SIP की सुविधा देते है। Multi SIP मे आप एक ही fund house के multiple fund मे invest कर सकते है। अगर किसी fund house का एक fund अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है तब आप आसानी से उसी fund house के दूसरे fund में invest कर सकते है।
एक ही fund house होने के कारण आपको extra paperwork करने की जरूरत नहीं पड़ती।
SIP क्यों करनी चाहिए?
अगर आप SIP शुरू करना चाहते है तो यह अच्छी चीज है। लेकिन SIP ही क्यों जानते है इसके 5 कारण।
- कम लागत मूल्य – SIP मे आप 500 रूपये से भी invest करना शुरू कर सकते है। कुछ fund मे 100 रूपये शुरू कर सकते है।
- SIP की amount को बढ़ा सकते है – जैसे की आपने 21 साल की उम्र में 500 रूपये महीने से शुरू किया। आगे चलकर आप उसको 1000 रूपये भी कर सकते है। 500 रूपये ही रखना जरूरी नहीं है। चाहे तो उसे कम भी कर सकते है।
- बंद या छोड़ सकते है – अपने SIP को आप कभी भी बंद कर सकते है या कुछ महीने बंद करके बाद में फिर शुरू कर सकते है।
- अपने आप को अच्छा investor बना सकते है – SIP हर महीने भरने के कारण आप एक dicipline इंसान बना सकतेे है।
- मार्केट को time करने की जरूरत नही होती – बोहोत सारे लोग मार्केट को time करने की कोशिश करते रहते है यानी की शेयर मार्केट गिरने का इंतजार करते रहते है। लेकिन SIP मे इंतजार करके की कोई जरूरत नहीं होती।
SIP किसे करनी चाहिए?
SIP मे उन सभी लोगो को invest करना चाहिए जिनका कोई ध्येय है। जैसे की कोई आदमी अपने 40 साल की उम्र में रिटायर होना चाहता है। उसे भी SIP मे invest करना चाहिए।
कोई भी आदमी जिसे कोई घर, गाड़ी और कुछ खरीदना है तब उसे goal set करने SIP मे invest करना चाहिए।
किस प्रकार के SIP में Invest करना चाहिए?
Investors के ध्येय के अनुसार SIP का प्रकार उसको अच्छा होगा। Regular SIP उनके लिए अच्छा है जिनको हर महीने fix आमदनी है। कोई व्यवसाय करता है उसके लिए Flexible SIP अच्छी है। कोई नौकरी कर रहा है उसकी आय हर साल बढ़ती रहती है उसे Step Up SIP सबसे अच्छा विकल्प है। जिन लोगो को शेयर मार्केट के बारे में अच्छी जानकारी है उनके लिए Trigger SIP अच्छा विकल्प है। चलिए इसे एक उदाहरण से समझते है।
मान लेते है दो आदमी है उनको अपना ध्येय पूरा करने के लिए 25 लाख रुपए चाहिए। पहला आदमी नौकरी करता है वो हर महीने 10,000 रूपये Regular SIP में invest करता है। दूसरा आदमी भी नौकरी करता है वो पहले साल 10,000 हर महीने, दूसरे साल 11,000 हर महीने, तीसरे साल 12,000 हर महीने ऐसे करके Step Up SIP मे invest करता है।
पहला आदमी –
- Investment 10,000 हर महीने
- सालाना 13% मुनाफा
- 12,40,000 पूरी investment
- 10 साल और 4 महीने में उसके 25 लाख बन जायेंगे
दूसरा आदमी –
- Investment 10,000 हर महीने और हर साल 1000 रूपये बढ़ाना
- सालाना 13% मुनाफा
- 14,76,000 पूरी investment
- 8 साल और 10 महीने में उसके 25 लाख बन जायेंगे
इस तरह से अगर आप सालाना थोड़ा ज्यादा invest करेंगे तो आप अपने आर्थिक ध्येय को जल्दी हासिल कर सकते है।
SIP कैसे करे? (How To Invest In SIP In Hindi)
- सबसे पहले Groww App install करे।
- install करने के बाद Sign Up करे।
- Sign Up करने के बाद अपनी KYC करे।
- अपने risk और ध्येय के अनुसार कोई अच्छा mutual fund चुने।
- SIP शुरू करने की तारीख डाले।
- SIP की amount डाले।
- कितने साल करनी है वह डाले।
- अपना बैंक अकाउंट जोड़े। अब आपकी SIP शुरू हो चुकी है।
SIP के फायदे (Advantages Of SIP In Hindi)
- SIP मे आप 100 या 500 रूपये से invest करना शुरू कर सकते है।
- अपने आर्थिक स्थिति के अनुसार अमाउंट को बढ़ा सकते है।
- Investment को बढ़ा या घटा सकते है।
- किसी भी समय SIP को बंद कर सकते है।
- चाहे तो कुछ समय के लिए SIP को skip कर सकते है।
- घर बैठे बैठे online invest कर सकते है।
- अपनी investment को track कर सकते है।
- एक fund से दूसरे fund मे आसानी से switch कर सकते है।
- Divident fund को चुनकर हर महीने कुछ पैसे को withdraw कर सकते है।
- Invest की कोई सीमा नही होती जितना चाहे उतना invest कर सकते है।
SIP के नुकसान (Disadvantages Of SIP In Hindi)
- अगर आपने SIP बताई हुई तारीख पर नही भरी तो आपको उसके कुछ अतिरिक्त चार्जेस भरने पड़ते है।
- अगर आपने regular SIP चुनी तो बाद में आप उसे बढ़ा नही सकते।
- अगर आपने trigger SIP चुनी लेकिन आपको share market के बारे में ज्ञान नही है तो आपको नुकसान हो सकता है।
- अगर आपने अच्छा fund नही चुना तो आपको ज्यादा मुनाफा मिलने की संभावना कम होती है।