IPO में शेयर की Allotment कैसे होती है?
जब भी कंपनी को अपना business बढ़ाना हो तब कंपनी को पैसे (fund) की जरूरत पड़ती है। Fund के लिए कंपनी अपने हिस्से के शेयर बेचती है या किसी बड़े व्यक्ति से funding लेते हैं। बड़े व्यक्ति जैसे की रतन टाटा सर ने कई सारे startup को funding दी है जैसे की Upstox, Paytm और Snapdeal इत्यादि।
अगर कंपनी को ज्यादा मात्रा में पैसे चाहिए और कोई भी व्यक्ति इतने मात्रा में उनकी मदत नही कर सकता तब कंपनी IPOs (Initial Public Offering) लाती है। IPOs के जरिए कंपनी शेयर को public में बेच देते है।
अगर IPO under subscribe हो तो सभी लोगो को जितने lot की bid लगाई उतने lot allot किए जाते है और अगर IPO over subscribe हो तो computer से लकी ड्रॉ के जरिए randomly लोगो को चुना जाता है और उस चुने गए लोगो को 1 lot allot किए जाते है।
IPO मे शेयर की Allotment कैसे होती है जानने से सबसे पहले जानते है IPO मे कितने Type के Investor होते है?
IPO मे कितने type के Investor होते है? (Types Of Investors In IPO In Hindi)
IPO मे तीन type के investor होते है।
- Qualified Institutional Buyers (QIBs)
- Non-Institutional Investors (NII) or High Net Worth Investors (HNI)
- Retail Investors
1. Qualified Institutional Buyers (QIBs)
Qualified Institutional Buyers यानी की Organizations जो अपने portfolio और लोगो के लिए invest करते है।
QIBs लोगो के लिए चार माध्यम से invest करते है।
- Mutual funds
- Pension funds
- Provident funds
- Insurance Companies
QIBs के लिए IPOs मे ज्यादा से ज्यादा 50% हिस्सा आरक्षित (reserve) होता है। जैसे की दिसंबर 2020 मे Burger King का 810 करोड़ का IPO आया था। जिसमे से 50% यानी की 405 करोड़ का IPO QIBs के लिए आरक्षित था।
2. Non-Institutional Investors (NII) or High Net Worth Investors (HNI)
Non-Institutional Investors (NII) Or High Net Worth Investors (HNI) यानी कि वो लोग जो 2 लाख से ज्यादा IPO मे invest कर सकते है। अगर आप 2 लाख से ज्यादा invest कर सकते है तब आप NII category मे आते है। Non-Institutional Investors (NII) को High Net Worth Investors (HNI) भी कहते है।
NII or HNI के लिए ज्यादा से ज्यादा 15% हिस्सा आरक्षित (reserve) होता है। वही example लेते है Burger King का, जिसमे 810 करोड़ में से 121.5 करोड़ का हिस्सा NII or HNI के लिए आरक्षित था।
3. Retail Investors
Retail Investors के category मे आप और मेरे जैसे लोग आते है जिनकी IPO मे investment 2 लाख से कम होती है।
Retail Investors के लिए ज्यादा से ज्यादा 35% हिस्सा आरक्षित (reserve) होता है। वही Burger King के example से समझते है, जिसमे 810 करोड़ में से 283.5 करोड़ का हिस्सा Retail Investors के लिए आरक्षित था।
Type of Investors | Reserve Quota | Investment | Lot size |
QIBs | 50% | More than 2 lakh | More than 15 |
NII or HNI | 15% | More than 2 lakh | More than 15 |
Retail investors | 35% | 15000 – 200000 | 1 – 15 |
जब आप IPO से शेयर खरीदना चाहते है तब आप 1,2 शेयर नही खरीद सकते। आपको पूरा एक lot खरीदना पड़ता है। जिसके एक lot की कीमत 1400 से 15000 तक होती है।
जब कंपनी IPO लाती है तब वो अपने शेयर की कीमत तय करती है। उसे एक example से समझते है दिसंबर 2020 में Burger King का IPO आया था। उस IPO मे एक शेयर की कीमत 59 से 60 रुपए थी। एक lot की कीमत 14000 से 15000 होती है। Burger King का एक lot 250 शेयर का था यानी की 250 x 60 = 15000 रूपये। ऐसे एक lot मे Burger King के 250 शेयर मिलते थे।
अगर कोई XYZ कंपनी IPO लाती है और वो अपने एक शेयर की कीमत 1000 रूपये रखेगी तो एक lot मे आपको 15000/1000 = 15 शेयर ही मिलेंगे।
IPO में Retail Investors के लिए शेयर की Allotment कैसे होती है?
मान लीजिए कोई XYZ कंपनी है जो अपना IPO लाना चाहती है। उनका total IPO 100 करोड़ का है। Retail Investors के लिए 35% हिस्सा यानी की 35 करोड़ का हिस्सा आरक्षित है। 35 करोड़ यानी की कुल 350000000/15000 = 23333 lot retail investors के लिए आरक्षित है।
अगर IPO over subscribe हो जाए यानी की 23333 lot खरीदने के लिए 23333 time से ज्यादा bid लगाए तो computer से लकी ड्रॉ निकाला ज्याता है। Computer से लकी ड्रॉ निकालते समय देखा ज्याता है की कौन कौन लोग 1 से ज्यादा lot खरीदना चाहते है। जैसे की कुछ लोग 10 lot कुछ लोग 5 lot खरीदना चाहते है।
आपने कही बार सुना होगा IPO over subscribe हो गया। 1 lot खरीदने के लिए 1 से ज्यादा time लोग bid लगाए तो उसे over subscribe कहते है।
परिस्थिति 1 – मान लेते है XYZ कंपनी का IPO retail category के लिए 2.5 time over subscribe हो गया। यानी 23333 lot खरीदने के लिए 1000 लोगो ने 10 lot, 500 लोगो ने 5 lot और 45832 लोगो ने 1 lot खरीदने की bid लगाई। यानी की 1000 + 500 + 45882 = 47332 लोगो ने 23333 lot खरीदने के लिए 1000 x 10 + 500 x 5 + 45832 x 1 = 58332 time bid लगाई। यानी की 58332/23333 = 2.5 time IPO over subscribe हो गया। इस परिस्थिति में Computer से कोई भी 23333 लोगो को चुना जाता है और उनको ज्यादा से ज्यादा 1 lot allot किया जाता है।
परिस्थिति 2 – मान लेते है XYZ कंपनी का IPO retail category के लिए 2.5 time over subscribe हो गया। लेकिन 23333 lot खरीदने के लिए ने bid लगाई। 23333 lot खरीदने के लिए 4000 लोगो ने 10 lot, 2000 लोगो ने 5 lot और 8332 लोगो ने 1 lot खरीदने की bid लगाई। यानी की 4000 + 2000 + 8332 = 14332 लोगो ने 23333 lot खरीदने के लिए 4000 x 10 + 2000 x 5 + 8332 x 1 = 58332 time bid लगाई। यानी की 58332/23333 = 2.5 time IPO over subscribe हो गया। इस परिस्थिति में सभी लोगो को पहले एक एक lot allot किया जाता है बाद में बचे हुए lot को computer से लकी ड्रॉ निकालकर जिनोनेे 1 से ज्यादा lot की bid लगाई जाती है उन्हे allot किया जाता है।
परिस्थिति 3 – अगर XYZ IPO under subscribe हो जाए यानी की 23333 lot खरीदने के लिए 23333 time से कम की bid आए तो सभी को जिसने जितने lot की bid लगाई है उनको उतने lot allot किए जाते है।
IPO में NII or HNI के लिए शेयर की Allotment कैसे होती है?
XYZ कंपनी के IPO में 100 करोड़ में से 15% यानी की 15 करोड़ का हिस्सा NII or HNI के लिए आरक्षित है। NII or HNI category के लिए 150000000/15000 = 10000 lot आरक्षित है। NII or HNI category के investor को कमसे कम 15 lot खरीदने होते है।
परिस्थिति 1 – मान लेते है XYZ कंपनी का IPO NII or HNI category के लिए 2 time over subscribe हो गया। 10000 lot खरीदने के लिए 400 NII ने 16 lot, 180 NII ने 20 lot और 100 NII ने 100 lot खरीदने की bid लगाई। यानी की 400 + 180 + 100 = 680 NII ने 10000 lot खरीदने के लिए 400 x 16 + 180 x 20 + 100 x 100 = 20000 time bid लगाई। यानी की 20000/10000 = 2 time IPO over subscribe हो गया। इस परिस्थिति में IPO 2 time over subscribe हो गया तो उनको उन्होंने जितनी bid लगाई है उसके आधे lot allot किए जाते है। यानी की जिन्होंने 16 lot की bid लगाई थी उन्हे 8 lot जिन्होंने 20 lot की bid लगाई थी उन्हे 10 lot और जिन्होंने 100 lot की bid लगाई थी उन्हे 50 lot ही allot होंगे।
परिस्थिति 2 – अगर XYZ IPO under subscribe हो जाए यानी की 10000 lot खरीदने के लिए 10000 time से कम की bid आए तो सभी को जिसने जितने lot की bid लगाई है उनको उतने lot allot किए जाते है।
IPO में QIBs के लिए शेयर की Allotment कैसे होती है?
XYZ कंपनी के IPO में 100 करोड़ में से 50% यानी की 50 करोड़ का हिस्सा QIBs के लिए आरक्षित है। QIBs category के लिए 500000000/15000 = 33333 lot आरक्षित है।
परिस्थिति 1 – मान लेते है XYZ कंपनी का IPO QIBs category के लिए 2 time over subscribe हो गया। 33333 lot खरीदने के लिए 40 QIBs ने 1000 lot, 25 QIBs ने 700 lot और 23 QIBs ने 400 lot खरीदने की bid लगाई। यानी की 40 + 25 + 23 = 88 QIBs ने 33333 lot खरीदने के लिए 40 x 1000 + 25 x 700 + 23 x 400 = 66666 time bid लगाई। यानी की 20000/10000 = 2 time IPO over subscribe हो गया। इस परिस्थिति में IPO 2 time over subscribe हो गया तो उनको उन्होंने जितनी bid लगाई है उसके आधे lot allot किए जाते है। यानी की जिन्होंने 1000 lot की bid लगाई थी उन्हे 500 lot जिन्होंने 700 lot की bid लगाई थी उन्हे 350 lot और जिन्होंने 400 lot की bid लगाई थी उन्हे 200 lot ही allot होंगे।
परिस्थिति 2 – अगर XYZ IPO under subscribe हो जाए यानी की 33333 lot खरीदने के लिए 33333 time से कम की bid आए तो सभी को जिसने जितने lot की bid लगाई है उनको उतने lot allot किए जाते है।