IPO grey market के बारे में पूरी जानकारी
Disclaimer - Grey market में invest करने की हम राय नही देते और आपको grey market में कभी भी निवेश नही करना चाहिए।
IPO में आपने कही बार सुना होगा XYZ कंपनी का IPO Grey Market Premium 100 रूपये चल रहा है। Grey Market में XYZ कंपनी के IPO की demand काफी ज्यादा है। Costal rate 200 रूपये चल रहा है। लेकिन क्या आप जानते है Grey Market Premium और Costak rate क्या होता है? IPO में Invest करने से पहले आपको ये सभी चीजे पता होनी चाहिए। तो चलिए आज हम IPO Grey Market के बारे में पूरी तरह से जानते है।
IPO Grey Market को जानने से पहले आपको IPO क्या है और IPO में शेयर की Allotment कैसे होती है इसके बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए।
IPO Grey Market क्या है? (IPO Grey Market Meaning In Hindi)
IPO Grey Market एक Unofficial market है जहा पर लोग illegal तरीके से शेयर stock exchange पर list होने से पहले और list होने के बाद खरीदते और बेचते है।
Grey Market एक unofficial market है इसके कारण SEBI, stock exchange और stock broker इनमे से किसका भी Grey Market पर कंट्रोल नही होता है।
Unofficial market होने के कारण grey market में कोई भी rules और regulations नहीं होते है। जो भी transactions होते है इसपर SEBI, stock exchange और stock broker का कंट्रोल नही होता और transactions track भी नहीं किए जाते।
Grey market में trading करने के लिए कोई भी official platform नही है। शेयर की grey market में trading बस कुछ चुनिंदा लोगो के द्वारा की जाती है। भारत में मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, जयपुर और इंदौर इन बड़े शहरों में IPO Grey Market के सेंटर है।
IPO Grey Market में Grey Market Premium और Kostak rate यह दो term को काफी बार सुना जाता है। तो चलिए इसके बारे में जानते है।
Grey Market Premium क्या है? (What Is IPO Grey Market Premium In Hindi)
Grey Market Premium वो कीमत है जिस कीमत पर शेअर की stock exchange पर list होने से पहले trading की जाती है। सरल भाषा में कहें, शेअर बाजार के बाहर IPO से मिले हुए शेयर की होने वाली खरीदी विक्री की कीमत को Grey Market Premium कहते हैं।
Grey Market Premium से हम अंदाजा लगा सकता है की listing day पर IPO कैसे perform करेगा। मान लेते है कोई XYZ कंपनी के IPO की issue price 250 रूपये है और इसका premium 30 रूपये चल रहा है। यानी की 250 + 30 = 280 रूपये में कोई व्यक्ति XYZ IPO को खरीदना चाहता है। चलिए इसे एक उदाहरण से समझते है।
मान लेते है कोई शुभम नाम का व्यक्ति है और उसने XYZ कंपनी का IPO जिसका issue price 100 रूपये है उसके लिए apply किया। Apply करने के कुछ बाद उसे IPO की allotment हो गई। लेकिन अभी तक उस कंपनी के शेयर को शेयर मार्केट में list होने के लिए 5 दिन बाकी है। List होने के बाद शेयर बढ़ेंगे या घटेंगे इसके बारे में उसे पता नही। लेकिन वो risk नही लेना चाहता। तो शुभम grey market के dealer से संपर्क करेगा। मान लेते है grey market में XYZ कंपनी के IPO का premium 30 रूपये चल रहा है। शुभम risk लेना नही चाहता इसलिए dealer को उसके शेयर 130 रूपये प्रति शेयर से बेचना चाहेगा।
मान लेते है अजय नाम का कोई व्यक्ति है उसके IPO के लिए apply किया लेकिन उसे allot नही हुआ। लेकिन उसे कंपनी पर भरोसा है की उसके शेयर का दाम list होने के बाद बढ़ेगा। अजय किसी भी हालत में XYZ कंपनी के IPO को खरीदना चाहता है। तो अजय नाम का व्यक्ति grey market के dealer से संपर्क करेगा। फिर dealer शुभम के शेअर को 130 रूपये प्रति शेयर से अजय को बेच देगा।
शुभम से dealer शेअर को अजय के अकाउंट में भेजने को बोलेगा। या फिर अजय जिस भाव पर बोलेगा उस पर शुभम को बेचने को बोलेगा।
इस तरह से शुभम अजय को 130 रूपये प्रति शेअर के हिसाब से सभी शेअर को बेच देता है। मान लेते है लिस्टिंग के दिन XYZ के शेअर 140 रूपये से list होते है तो अजय को प्रति शेअर 10 रूपये का फायदा होता है।लेकिन अगर शेअर 120 रूपये पर list होता है तो अजय का प्रति शेअर 10 रूपये का नुकसान हो सकता है।
याद रखाना मार्केट के हिसाब से premium की कीमत कम ज्यादा होती रहती है।
Kostak Rate क्या है? (Kostak Rate Meaning In Hindi)
IPO allot होने से पहले IPO application खरीदने के लिए जो rate होता है उसे Kostak Rate कहते है।
जो लोग IPO allotment की risk नही लेना चाहते वो अपनी IPO application grey market में बेच देते है। जिस दाम पर application को बेचते है उसे kostak rate कहते हैं। चलिए इसे एक उदाहरण से समझते है।
मान लेते कोई समीर नाम का व्यक्ति है उसने ABC कंपनी के IPO के लिए 5 application डाल दिए। लेकिन उसे IPO से फायदा होगा की नही इसके बारे में बोहोत चिंता है। तो समीर Grey Market के dealer से संपर्क करेगा और अपनी application बेचने को बोलेगा।
मान लेते है कोई आदित्य नाम का व्यक्ति है उसे ABC कंपनी पर बोहोत ज्यादा विश्वास है। लेकिन उसने IPO के application डाली नही और last date भी हो गई। लेकिन अब वो application खरीदना चाहता है। तो आदित्य dealer से संपर्क करेगा। फिर dealer समीर के IPO application को आदित्य को market में जो भाव चल रहा है उस भाव पर बेच देगा। मान लेते है market में 500 रूपये प्रति IPO application भाव चल रहा है। तो समीर आदित्य को 500 x 5 application = 2500 रूपये में 5 application को बेच देगा।
अगर 5 application में से 3 lot ही समीर को allot होते है तो भी आदित्य को समीर को 2500 रूपये देने पड़ेंगे। List होने के बाद समीर को मिले हुए lot से 6000 रूपये का मुनाफा होता है तो समीर को 6000 – 2500 (IPO application के) = 3500 रूपये आदित्य को देने पड़ेंगे। लेकिन अगर list होने के बाद समीर को मिले हुए lot से 2000 रूपये का मुनाफा होता है तो आदित्य को 2500 (IPO application के) – 2000 = 500 रूपये समीर को देने पड़ेंगे।
IPO Grey Market कैसे काम करता है? (How IPO Grey Market Works In Hindi)
Grey market से लोग दो तरीके से पैसे कमाते है। एक तो शेअर को खरीदकर और बेचकर या IPO application को खरीदकर और बेचकर। चलिए इसे समझते है।
Grey market में शेअर को खरीदकर और बेचकर
- निवेशक (investor) IPO को apply करके जो शेअर allot हुए है उसका risk उठाता है। IPO List होने के बाद बढ़ सकता है या घट भी सकता है।
- कुछ लोगो को लगता है इसके शेअर की कीमत issue price से ज्यादा है। तो ये लोग शेअर खरीदना शुरू करते है।
- खरीददार कुछ premium देकर dealer से शेअर खरीदना चाहता है।
- Dealer शेअर बेचने वाले से संपर्क करता है (जो risk नही उठाना चाहता) उससे कुछ premium देकर उससे शेअर खरीदता है।
- फिर dealer जो लोग शेअर खरीदना चाहते है उनके account में शेयर भेज देता है या खरीददार जिस भाव पर बेचने बोलेगा उस भाव पर बेचने को कहेगा।
- Premium छोड़कर जो भी नफा होगा वो खरीददार रख लेगा।
Grey Market में IPO application को खरीदकर और बेचकर
- निवेशक (investor) IPO को apply करके risk उठाता है। IPO List होने के बाद बढ़ सकता है या घट भी सकता है।
- कुछ लोगो को लगता है इसके शेअर की कीमत issue price से ज्यादा है। तो ये लोग ipo application खरीदना शुरू करते है।
- खरीददार dealer से IPO application खरीदना चाहता है।
- Dealer application बेचने वाले से संपर्क करता है (जो risk नही उठाना चाहता) उससे IPO application खरीदता है।
- फिर dealer जो लोग applications खरीदना चाहते है उनको बेच देता है। Dealer बेचने वाले को खरीदने वाले के account में शेयर को allot होने के बाद भेजने बोलता है या खरीददार जिस भाव पर बेचने बोलेगा उस भाव पर बेचने को कहेगा।
- Costak rate छोड़कर जो भी नफा होगा वो खरीददार रख लेगा।
IPO Grey market के फायदे (Advantages Of IPO Grey Market In Hindi)
- शेअर list होने से पहले ही grey market के जरिए निवेशक (investor) allot हुए शेअर को बेच सकता है।
- जिनको IPO allot नही हुए वो लोग grey market के जरिए शेअर खरीद सकते है।
IPO Grey Market के नुकसान (Disadvantages Of IPO Grey Market In Hindi)
- Grey Market को देखकर IPO में invest करना गलत है।
- अगर dealer धोका देता है तो आप किसिसे शिकायत नहीं कर सकते।